Result की परवाह क्यों करते हो
Result की परवाह क्यों करते हो , तुम तो केवल अपना कर्म करो
श्रीमद्भागवत गीता में भी भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि
'' कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन । मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि ''||
अर्थात :- हे मनुष्य तू तो सिर्फ कर्म करता जा फल की चिंता छोड़ दे, क्योंकि यह तेरे अधिकार में नहीं है।
यानी कर्म करना हमारे अधिकार में है, इसलिए हमें निरन्तर कर्म करते रहना चाहिए।
हमें एक बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि प्रकृति हमें हमारे कर्मों के अनुसार ही हमें फल देती है।
इसलिए आप जो भी करना चाहते उसे पूरी ईमानदारी एवं विश्वास के साथ करो, अगर आप उस काम में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो उसे कभी आजमा कर मत देखो।
क्योंकि जिस दिन आप आजमाना छोड़ देते हैं। उसी दिन से आप सफलता की ओर बहुत तेज गति से आगे बढ़ने लगते हैं।
दोस्तों आज ही आप अपने आपसे कहो कि आज मैं वो सब करूँगा जो और लोग नहीं करते जिससे कल मेरे पास वो सारी चीजें हों जो और लोगों के पास नहीं होंगी।
और हाँ लोगों की परवाह विल्कुल भी मत करना लोग तो कुछ भी कहेंगे , वस इतना याद रखना वो कर क्या रहे हैं।
जिस काम को आप करना सीख रहे थे उसे जिस दिन आप अच्छी प्रकार से करना सीख जाएंगे उसी दिन से अपको अच्छे - अच्छे रिजल्ट मिलने स्टार्ट हो जाएंगे ।
यह सोंच कर उस काम को करना बंद मत करना कि यह गलत हो रहा है, क्योंकि अगर आप गलत नहीं करोगे तो सही कैसे होगा।
याद रखना जिस व्यक्ति ने कभी कोई गलती नहीं की उसने कभी कुछ नया करने का प्रयास ही नहीं किया।
और दोस्तों जिस दिन आप गोते खाते - खाते तैरना सीख गए उस दिन समुन्द्र की गहराई आपके लिए कुछ मायने नहीं रखेगी।
दोस्तों आज मैं चाहता हूँ कि आज आप अपने आप से बादा करें कि
आज से मैं अपने सपनों को साकार करने के लिए अपने कार्य को पूर्ण साहस एवं ईमानदारी के साथ काम करूँगा।
✍️ निखिल गंगवार
श्रीमद्भागवत गीता में भी भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि
'' कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन । मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि ''||
अर्थात :- हे मनुष्य तू तो सिर्फ कर्म करता जा फल की चिंता छोड़ दे, क्योंकि यह तेरे अधिकार में नहीं है।
यानी कर्म करना हमारे अधिकार में है, इसलिए हमें निरन्तर कर्म करते रहना चाहिए।
हमें एक बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि प्रकृति हमें हमारे कर्मों के अनुसार ही हमें फल देती है।
इसलिए आप जो भी करना चाहते उसे पूरी ईमानदारी एवं विश्वास के साथ करो, अगर आप उस काम में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो उसे कभी आजमा कर मत देखो।
क्योंकि जिस दिन आप आजमाना छोड़ देते हैं। उसी दिन से आप सफलता की ओर बहुत तेज गति से आगे बढ़ने लगते हैं।
दोस्तों आज ही आप अपने आपसे कहो कि आज मैं वो सब करूँगा जो और लोग नहीं करते जिससे कल मेरे पास वो सारी चीजें हों जो और लोगों के पास नहीं होंगी।
और हाँ लोगों की परवाह विल्कुल भी मत करना लोग तो कुछ भी कहेंगे , वस इतना याद रखना वो कर क्या रहे हैं।
जिस काम को आप करना सीख रहे थे उसे जिस दिन आप अच्छी प्रकार से करना सीख जाएंगे उसी दिन से अपको अच्छे - अच्छे रिजल्ट मिलने स्टार्ट हो जाएंगे ।
यह सोंच कर उस काम को करना बंद मत करना कि यह गलत हो रहा है, क्योंकि अगर आप गलत नहीं करोगे तो सही कैसे होगा।
याद रखना जिस व्यक्ति ने कभी कोई गलती नहीं की उसने कभी कुछ नया करने का प्रयास ही नहीं किया।
और दोस्तों जिस दिन आप गोते खाते - खाते तैरना सीख गए उस दिन समुन्द्र की गहराई आपके लिए कुछ मायने नहीं रखेगी।
दोस्तों आज मैं चाहता हूँ कि आज आप अपने आप से बादा करें कि
आज से मैं अपने सपनों को साकार करने के लिए अपने कार्य को पूर्ण साहस एवं ईमानदारी के साथ काम करूँगा।
✍️ निखिल गंगवार
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